मत्स्य गुणवत्ता प्रबंधन और चिरस्थाई मत्स्यन के लिए नेटवर्क (नेटफिश)
नेटफिश के माध्यम से शिक्षा
मत्स्य गुणवत्ता प्रबंधन और चिरस्थाई मत्स्यन के लिए नेटवर्क (नेटफिश) समुद्री उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एमपीईडीए), कोच्चि के तत्वावधान में 2006 में गठित एक सोसायटी है। यह सोसायटी त्रावणकोर-कोचीन साहित्यिक, वैज्ञानिक और धर्मार्थ सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, 1955 के तहत पंजीकृत है। एमपीईडीए की विस्तार शाखा नेटफिश, देश से निर्यात किए जाने वाले मत्स्य उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार और साथ ही मत्स्य संसाधनों की चिरस्थाईता के लिए बना है। नेटफिश का प्रमुख उद्देश्य मत्स्य गुणवत्ता प्रबंधन, मत्स्य संसाधनों के संरक्षण और चिरस्थाई मत्स्यन पर मछुआरों, मछुआरिनों, प्रसंस्करण कर्मियों, तकनीशियनों, अन्य मत्स्य पालन हितधारकों आदि को ज्ञान प्रदान करके मत्स्य पालन क्षेत्र को सशक्त बनाना है।
नेटफिश मुख्यालय वल्लारपाडम, कोच्चि में स्थित है। एमपीईडीए के अध्यक्ष नेटफिश के अध्यक्ष हैं और मुख्य कार्यकारी अधिकारी इस संगठन के प्रभारी अधिकारी हैं। समुद्री कैप्चर मात्स्यिकी क्षेत्र में क्षमता निर्माण प्रशिक्षण कार्यक्रमों को निष्पादित करने के लिए भारत के सभी समुद्री राज्यों में नेटफिश के राज्य समन्वयक हैं।
पता: नेटफिश-एमपीईडीए, वल्लारपाडम पीओ, कोच्चि
-682 504 फोन: 0484 2982205
ईमेल आईडी: netfish@mpeda.gov.in
संपर्क व्यक्ति: डॉ. जॉइस वी. थॉमस, मुख्य कार्यकारी, नेटफिश
वेबसाइट: www.netfishmpeda.org
कार्यकलाप और सेवाएं
नेटफिश , मत्स्य गुणवत्ता प्रबंधन और जिम्मेदार मत्स्यन के प्रति मछुआरों, मछुआरिनों, प्रसंस्करण श्रमिकों और अन्य हितधारकों की मानसिकता बदलने केलिए उनके बीच मूल स्तर पर क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित करता है । विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) को मत्स्य पालन विकास कार्यक्रमों के संचालन पर उनके पिछले रिकॉर्ड पर विचार करते हुए नेटफिश में सदस्य के रूप में चुना गया है, । इन सदस्य गैर सरकारी संगठनों के व्यक्तियों को प्रतिष्ठित मत्स्य पालन संस्थानों/ विश्वविद्यालयों / विभागों/ वैज्ञानिकों आदि की सहायता से विभिन्न मत्स्य विस्तार कार्यक्रमों पर प्रशिक्षित किया जा रहा है और मछुआरों के बीच विभिन्न विस्तार कार्यक्रमों के संचालन के लिए उपयोग किया जाता है। मछुआरों के लिए सैद्धांतिक और व्यावहारिक दोनों कक्षाओं की व्यवस्था की जा रही है।
2007 से, नेटफिश भारत के सभी नौ समुद्री राज्यों में प्रभावी विस्तार कार्य कर रहा है। इन राज्यों में चयनित बंदरगाहों और लैंडिंग केंद्रों के आसपास के क्षेत्रों में मछुआरों और अन्य मत्स्य हितधारकों के लिए नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। अब तक, नेटफिश ने पूरे देश में लगभग 30000 विस्तारण कार्यक्रम सफलतापूर्वक संचालित किए हैं। नेटफिश के आउटरीच कार्यक्रमों में मछली लैंडिंग साइटों, मत्स्यन यानों , मछुआरों के गांवों, पूर्व-प्रसंस्करण केंद्रों, प्रसंस्करण कारखानों और ड्राईफिश उत्पादन केंद्रों में विभिन्न हितधारकों के लिए आयोजित मछली गुणवत्ता प्रबंधन कार्यक्रम शामिल हैं। इसके अलावा, मछली पकड़ने के जहाजों, मछली पकड़ने के बंदरगाहों और मछुआरों के गांवों में आयोजित कार्यक्रमों के माध्यम से मछुआरों को समुद्री संसाधनों के संरक्षण और चिरस्थाई मत्स्यन पर जागरूकता प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। लाभार्थियों के बीच संदेश को अधिक प्रभावी ढंग से फैलाने के लिए, नेटफिश द्वारा आवश्यकता के आधार पर विभिन्न प्रकार के विशेष कार्यक्रम जैसे नुक्कड़ नाटक, सफाई कार्यक्रम, जन संचार कार्यक्रम, स्कूली बच्चों के कार्यक्रम, चिकित्सा शिविर, रैली आदि भी आयोजित किए जाते हैं। समुद्री मत्स्यन, संबद्ध क्षेत्रों, मछली प्रसंस्करण और मूल्य संवर्धन में कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम भी इस क्षेत्र की बेहतरी के लिए शुरू किए गए हैं।
नेटफिश स्वतंत्र रूप से या अन्य संगठनों जैसे एनएफ़डीबी,सिफ्ट,सीएमएफ़आरआई, सिफनेट, निफाट, डबल्यूडबल्यूएफ़, राज्य मात्स्यिकी विभाग एजेंसियों, बंदरगाहों, विश्वविद्यालयों आदि के सहयोग से समुद्री संसाधनों की चिरस्थाईता के लिए, मात्स्यिकी में संग्रहणोत्तर के बाद के नुकसान को कम करने के लिए, समुद्री खाद्य सामग्री की गुणवत्ता में सुधार के लिए, सूखे मछली उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार के लिए, मछुआरों की आजीविका में सुधार आदि के लिए कई परियोजनाएं चलाता है। साथ ही, देश के अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के मछुआरों के कल्याण के लिए विशेष क्षमता निर्माण कार्यकलाप भी चलायी जा रही हैं।
दैनिक हार्बर डेटा का संग्रह
नेटफिश, अपने हार्बर डेटा संग्रहकों के माध्यम से, देश भर में लगभग 100 प्रमुख लैंडिंग साइटों पर होने वाले नावों के आगमन और मछली पकड़ की लैंडिंग पर दैनिक आधार पर डेटा प्राप्त कर रहा है। प्राप्त डेटा एक वेब पोर्टल में रखा जाता है।
विस्तारण साधन
नेटफिश ने प्रशिक्षण कार्यक्रमों में उपयोग करने के लिए विभिन्न विषयों पर वृत्तचित्र, एनीमेशन फिल्म, पोस्टर, लीफलेट, हैंडबुक और प्रशिक्षण मैनुअल जैसे विभिन्न विस्तारण साधन विकसित किए हैं। उन्हें हितधारकों के बीच 10 अलग-अलग भाषाओं अंग्रेजी, हिंदी, गुजराती, मराठी, कन्नड़, मलयालम, तमिल, तेलुगु, ओडिया और बंगाली में प्रचारित किया गया था । साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से भी विभिन्न सामग्री विकसित और प्रचारित की गई।
वृत्तचित्र:
- जहाज पर मछलियों की स्वास्थ्यकर हैंडलिंग
- बंदरगाहों और लैंडिंग केंद्रों में मछलियों की स्वास्थ्यकर हैंडलिंग
- अक्वाफ़ार्म्स में श्रिम्प का स्वास्थ्यकर संग्रहण
- चिरस्थाई मत्स्यन और मत्स्य संसाधनों का संरक्षण
- पूर्व प्रसंस्करण केंद्रों पर मछलियों की स्वास्थ्यकर हैंडलिंग
एनिमेशन
- जहाज पर- बेहतर कीमत के लिए उत्तम कार्य प्रणाली
- मत्स्य संसाधनों का संरक्षण
- गहरे पानी में बच निकलना
- प्रसंस्करण कारखानों में स्वच्छता
- स्क्वायर मेष कॉड एंड
- किशोर मत्स्यन
पोस्टर और चार्ट
- आज के किशोर कल की दौलत
- मछली को अच्छी गुणवत्ता वाले पानी में धोएं
- मछली को कभी भी खुले में और बिना बर्फ के न ले जाएं
- मछली को हैडल करने के लिए हमेशा शवल का इस्तेमाल करें
- मछली पकड़ने जाते समय पर्याप्त बर्फ ले जाएं
- अच्छी गुणवत्ता वाली सूखी मछली के लिए सोलर फिश ड्रायर का प्रयोग करें
- मछली पकड़ने से पहले और बाद में अपनी नाव को साफ करें
- नहीं…नहीं…मुझे इस मछली की ज़रूरत नहीं है, आपने इसे अस्वास्थ्यकर तरीके से हैडल किया है
- मछली : बर्फ; 1 किग्रा : 1 किग्रा
- इसे किसने खराब किया ?
- हार्बर्स में स्वास्थ्यकर हैंडलिंग
- मत्स्यन यानों में स्वास्थ्यकर हैंडलिंग
- पूर्व प्रसंस्करण केंद्रों में स्वास्थ्यकर हैंडलिंग
पुस्तिकाएं
- उप -पकड़
- मूंगा – चट्टान
- पर्यावरण के अनुकूल मछली पकड़ने के तरीके
- जहाज पर स्वच्छता
- बर्फ और मछली
- किशोर मत्स्यन
- हार्बर/लैंडिंग सेंटर में स्वच्छता
- कच्छ वनस्पति
- पूर्व प्रसंस्करण केंद्र में स्वच्छता
- उत्तरदायित्वपूर्ण मत्स्यन
- उत्तम मछली स्टाल
- समुद्री प्रदूषण
- समुद्री कछुए
- अति मत्स्यन
- श्रिम्प फ़ार्मों में जीएमपी
- मेष आकार विनियमन
- व्यक्तिगत स्वच्छता
- अच्छी सेहत के लिए अच्छी मछली
- प्रसंस्करण इकाइयों में स्वच्छता
- ड्राईफिश का स्वास्थ्यकर उत्पादन
- समुद्री खाद्य का माइक्रोबियल संदूषण
- स्क्वायर मेष कॉड-एंड
पुस्तिकाएं
- “मात्स्यिकी में स्क्वायर मेश कॉड एंड की प्रासंगिकता” – मछुयारों के लिए एक हैंडबुक
- ‘समुद्र सुरक्षा और नेविगेशन’ – मछुआरों के लिए एक पुस्तिका
प्रशिक्षण मैनुअल
- मत्स्य गुणवत्ता प्रबंधन और समुद्री मत्स्य संसाधनों का संरक्षण- एक प्रशिक्षक प्रशिक्षण मैनुअल
- प्रसंस्करण केंद्र प्रशिक्षण – एक प्रशिक्षक प्रशिक्षण मैनुअल
प्रमुख उपलब्धियां
- मत्स्यन यानों व बंदरगाहों और लैंडिंग केंद्रों पर बेहतर स्वास्थ्यकर हैंडलिंग प्रथाएं
- बंदरगाहों और लैंडिंग केंद्रों में बुनियादी सुविधाओं के विकास में शामिल
- मत्स्यन बंदरगाहों/लैंडिंग केंद्रों में बंदरगाह प्रबंधन सोसाइटियों /समितियों का विकास
- विभिन्न बंदरगाहों और लैंडिंग केंद्रों पर नियमित सफाई कार्यक्रम का प्रारम्भ
- हार्बर कामगरों के लिए ड्रेस कोड लागू करना
- ट्रॉल्स में स्क्वायर मेश कॉड एण्ड का लोकप्रियकरण
- पीलिंग शेड में ड्रेस कोड लागू करना
- पूर्व प्रसंस्करण केंद्रों में स्वास्थ्य और स्वच्छता में सुधार
- अच्छी गुणवत्ता वाली ड्राई फिश का बेहतर उत्पादन
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